कुछ लोग लोग होते हैं जो जीवन में कितना भी प्रयास करें लेकिन उनकी पैसों की जरुरत कभी खत्म ही नहीं होती। ऐसे में मेहनत के साथ-साथ यदि धन की देवी लक्ष्मी की उपासना भी जाए तो ऐश्वर्य और सुख-शांति प्राप्त की जा सकती है। यदि आप भी अपने भाग्य का लिखा बदलना चाहते है तो नीचे लिखा यह उपाय करें-
उपाय
- शुक्ल पक्ष के किसी शुक्रवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर बाजोट (लकड़ी के पटिए) पर लाल कपड़ा बिछाएं उस पर लक्ष्मीजी की तस्वीर रखें।
- उसके बाद उस पर एक मोती शंख भी रखें।
- अब नीचे लिखे मंत्र को बोलते हुए एक-एक चावल मोती शंख पर चढ़ाते जाएं।
मंत्र- ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं दारिद्रय विनाशके जगत्प्रसूत्यै नम:।।
- इस प्रकार कम से कम पांच माला जप अवश्य करें।
- उसके बाद यह मोती शंख लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखें।
- यह मंत्र जप कुश के आसन पर बैठकर करें। जप के लिए कमलगट्टे की माला का उपयोग करें।
इस प्रयोग के बाद आप देखेंगे कि आपकी तिजोरी में लगातार धन की वृद्धि होती रहेगी और आपका जीवन धन-धान्य से संपूर्ण रहेगा।
उपाय
- शुक्ल पक्ष के किसी शुक्रवार की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर बाजोट (लकड़ी के पटिए) पर लाल कपड़ा बिछाएं उस पर लक्ष्मीजी की तस्वीर रखें।
- उसके बाद उस पर एक मोती शंख भी रखें।
- अब नीचे लिखे मंत्र को बोलते हुए एक-एक चावल मोती शंख पर चढ़ाते जाएं।
मंत्र- ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं दारिद्रय विनाशके जगत्प्रसूत्यै नम:।।
- इस प्रकार कम से कम पांच माला जप अवश्य करें।
- उसके बाद यह मोती शंख लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखें।
- यह मंत्र जप कुश के आसन पर बैठकर करें। जप के लिए कमलगट्टे की माला का उपयोग करें।
इस प्रयोग के बाद आप देखेंगे कि आपकी तिजोरी में लगातार धन की वृद्धि होती रहेगी और आपका जीवन धन-धान्य से संपूर्ण रहेगा।
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