Thursday, May 7, 2015

वेंचर कैपिटलिस्ट छोटे और मझोले उपक्रमों में निवेश की संभावनाएं



आम तौर पर आईटी सेक्टर में निवेश करने वाले वेंचर कैपिटलिस्ट अब छोटे और मझोले उपक्रमों (एसएमई) में निवेश बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। इसके लिए वेंचर कैपिटलिस्ट विदेश से एसएमई के लिए विशेष फंड भी ला रहे हैं। इसके तहत वे छोटे और मझोले उपक्रमों में 10 लाख रुपये से लेकर 20 करोड़ रुपये तक निवेश करने की योजना बना रहे हैं। वेंचर कैपिटलिस्ट खासकर एजुकेशन, वेस्ट वॉटर मैनेजमेंट और हेल्थकेयर सेक्टर में निवेश की अच्छी संभावनाएं देख रहे हैं।


इनवेंट्स कैपिटल के निदेशक पराग ढोल ने बिजनेस भास्कर को बताया कि अभी तक वेंचर कैपिटलिस्ट खासकर आईटी आधारित कंपनियों में निवेश करते थे। अब वे एसएमई में निवेश करने पर जोर दे रहे हैं। इसके तहत वेंचर कैपिटलिस्ट विदेश से एसएमई फंड के जरिए भी पूंजी ला रहे हैं जिसे सिर्फ एसएमई क्षेत्र में ही निवेश किया जाएगा। औरिओस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के जी.वी कुमार ने बताया कि वेंचर कैपिटलिस्ट छोटे और मझोले उपक्रमों में निवेश की संभावनाएं देख रहे हैं। इसके तहत वे 20 से 75 करोड़ रुपये तक भी निवेश कर सकते हैं। प्रमुख रूप से ये एजुकेशन, हेल्थकेयर, निर्यात-आयात और अक्षय ऊर्जा के सेक्टर में निवेश की काफी संभावनाएं देख रहे हैं।


सेतु वेंचर के विजय शुक्ला ने बताया कि वेंचर कैपिटलिस्ट अब एसएमई में निवेश करने का मन बना रहे हैं। सेतु वेंचर की प्रमुख रूप से सर्विसेज सेक्टर की कंपनियों में निवेश करने की योजना है। इसके तहत कंपनी 5 लाख रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक निवेश करेगी। कंपनी यह निवेश तीन साल तक के लिए करेगी। हालांकि एक बात यह भी है कि अधिकतर कारोबारियों में वेंचर कैपिटल निवेश के बारे में ज्यादा जागरूकता नहीं है। एक अन्य वेंचर कैपिटलिस्ट के अनुसार ज्यादातर निवेश नए और तकनीकी आधारित कारोबार में ही आने की संभावना है। परंपरागत मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर अभी निवेशकों की खास पसंद नहीं है। वेंचर कैपिटलिस्ट अपना निवेश इक्विटी के रूप में ज्यादातर कंपनियों में करते हैं। औसतन वे तीन से चार साल के लिए निवेश करते हैं।

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