Tuesday, June 12, 2012

पिरामिड कैप से मेमोरी बढ़ाएं

ग्रीक भाषा में पायर शब्द का अर्थ है 'अग्नि'। पिरामिड का अर्थ है, जिसके मध्य भाग में अग्नि है वह वस्तु। अग्नि एक प्रकार की ऊर्जा है। अतः 'पिरामिड' का सही अर्थ हुआ 'जिसके मध्य में अग्निमय ऊर्जा बहती रहती है ऐसा साधन।' यह अग्नि उग्र नहीं होती ऐसी अग्नि ऊर्जा व शांति प्रदान कर सकती है, विकारों को रोक सकती है तथा विकारों से सुरक्षित भी रख सकती है।

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लेखक मेनली पामर हॉल ने पुस्तक 'द सीक्रेट टीचिंग ऑफ ऑल एजीज' में कहा है- 'ये भव्य पिरामिड विश्व के शाश्वत्‌ ज्ञान का जीवंत संयोजन हैं। इसके कोने शांति, गहनता, बुद्धिमत्ता तथा सच्चाई के प्रतीक हैं। इनके तिकोनिया भाग त्रिस्तरीय आत्मिक शक्ति के प्रतीक हैं। पिरामिड का दक्षिणी हिस्सा ठंडक का, उत्तरी हिस्सा गर्मी का, पश्चिमी हिस्सा अंधकार का और पूर्व का हिस्सा प्रकाश का प्रतीक है।'

पिरामिड कैप से मेमोरी बढ़ाएं 

1. प्रत्येक विद्यार्थी को अपना अलग-अलग पिरामिड (मस्तक पर रखने के लिए) रखना चाहिए।

2. अपने पिरामिड का उपयोग दूसरे व्यक्ति को करने से रोकिए।

3. पढ़ाई हेतु प्रतिदिन एक ही जगह पर बैठना चाहिए। प्रतिदिन पढ़ाई स्थल बदलना सही नहीं है। चित्त की एकाग्रता खंडित, क्षीण होती है।

4. अपना मुख उत्तर दिशा की ओर रखिए तथा मस्तक पर धारण किए हुए पिरामिड की एक बाजू भी उत्तर दिशा की ओर ही रखिए।

5. पढ़ाई के लिए प्रतिदिन एक निश्चित समय निर्धारित कीजिए। एक दिन सुबह तथा अन्य दिन शाम को इस प्रकार परिवर्तन नहीं करना चाहिए।

6. पिरामिड को रेडियो, टीवी तथा भारी विद्युत वाहक तारों से 10 फीट की दूरी पर रखें, क्योंकि ये वस्तुएं पिरामिड शक्ति की उत्पत्ति में अवरोधक हैं। फलतः अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं हो पाता है।

* पिरामिड ैप के प्रयोग से लाभ 

1. इसके प्रयोग से एकाग्रता में वृद्धि होती है एवं इसका उपयोग मानसिक, शारीरिक शांति प्रदान करता है।

2. सामान्यतः अध्ययन करते समय घंटे-डेढ़ घंटे बाद शरीर के जोड़ों में दर्द का अनुभव होता है, किन्तु पिरामिड का प्रयोग करते समय दर्द का कोई अनुभव नहीं होता एवं शरीर तथा मन हल्के प्रतीत होते हैं।

3. पिरामिड कैप के साथ में पिरामिड पॉवरमेट अथवा पिरामिड यंत्र के ऊपर बैठने से अधिक पिरामिड शक्ति प्राप्त होगी एवं आठ-दस दिन के उपयोग के बाद आपको विश्वास हो जाएगा कि साधारण प्रकार के आसन पर बैठकर किए जाने वाले अध्ययन/ध्यान की तुलना में पिरामिडयुक्त आसन पर बैठकर किया गया अध्ययन गहरा व घनिष्ठ होता है।

4. इसके मानसिक विकास, तर्क शक्ति में वृद्धि, शरीर हल्का एवं अधिक स्फूर्तिमय बनता है।

5. सिर दर्द, शरीर में पीड़ा हो, सुस्तता आ जाए तब 45 मिनट पिरामिड का प्रयोग करने पर पीड़ा का शमन होता है एवं ताजगी का अनुभव होता है।

6. मंद बुद्धि वाले व मानसिक रूप से पिछड़े व अर्द्धविक्षिप्त व्यक्तियों को बड़े पिरामिड में रखें तो बीमारी में शीघ्र सुधार होता है।

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पिरामिड र वास्तु दोष 

वास्तु दोष होने पर पिरामिड यंत्र के द्वारा वास्तु दोष का निवारण कर सकते हैं। अतः अनुभवी वास्तुशास्त्री की सलाह से पिरामिड यंत्र स्थापित करवाकर वास्तु दोष का निवारण कर सुख-शांति का अनुभव कर सकते हैं

* पिरामिड से स्लोप को सही करना संभव है। 

अगर आपका ईशान ंचा है और नेऋत्य नीचा है तो आप इसे बिना तोड़े-फोड़े सही कर सकते हैं। इसके लिए आपको नेऋत्य में नौ पिरामिड वाले 6 यंत्र लगाने पड़ेंगे और ईशान में उससे कम 2 लगाने पड़ेंगे, जिससे आप इस दोष से कुछ हद तक छुटकारा पा सकते हैं।

* पढ़ाई हेतु पिरामिड 
पिरामिड का पूरा घर बनाकर रह सकते हैं, जिससे हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। पिरामिड के बने घर में पढ़ाई करेंगे तो हमारी पढ़ाई बहुत ही अच्छी होगी एवं रोज नियमित समय तक पढ़ेंगे तो परीक्षा में अच्छे नंबर जरूर आएंगे।

* अनिद्रा व पिरामिड 
आज के व्यस्त एवं तनावग्रस्त जीवन में व्यक्तियों को मानसिक तनाव, अशांति के कारण अनिद्रा की तकलीफ होती है। पिरामिड कैप को सोते समय अपने मुंह पर रखकर उसके शिखर के अंदर ध्यान केन्द्रित करने से शीघ्र नींद आ जाती है।



* अन्य तरीके एवं लाभ 

1. पिरामिड कैप का नियमित उपयोग कम उम्र में असमय बालों को सफेद होने से रोकता है।

2. पूजा ध्यान करते समय पिरामिड कैप का उपयोग करने से एकाग्रता में वृद्धि होती है व मन को शांति मिलती है।

3. दाढ़ी के लिए हम नया ब्लेड इस्तेमाल करते हैं और वह दो या तीन दिन के बाद खत्म हो जाता है, परन्तु पिरामिड के नीचे एक तिहाई ऊंचाई पर 6-7 दिन रखने से उसकी धार 50 प्रतिशत तक पुनः तेज हो जाती है। 

2 comments:

  1. Rechargeable battery jisse 2 saal se Recharg nahi kia tha ek ghnta iss ke niche rakhne se Recharg ho jaati hai . mene isse Recharg karne se pehle aur baad me meeter se check kia tha 45 mint rakhne k baad sui 75% dikha rahi thee. iss trhn partkh pamaan milta hai ki yeh kaam karta hai..

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